देश में बढ़ते कोरोना के मामलों को देखते हुए राज्यों और केंद्र की चिंता बढ़ती जा रही है। इसको देखते हुए रविवार को शाम 4:30 बजे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अहम बैठक करने जा रहे हैं जिसमें महामारी की वर्तमान स्थिति का जायजा लिया जाएगा। आपको बता दें कि इस तरह की बैठक में पहले भी दो-तीन बाद प्रधानमंत्री स्थिति का जायजा लेते हुए कदम उठा चुके हैं।
गौरतलब है कि पिछले करीब 4-5 दिन के दौरान कोरोना के मामलों में जबरदस्त इजाफा देखने को मिला है और इनकी मौजूदा संख्या अब डेढ़ लाख को भी पार कर चुकी है। पिछले वर्ष जब कोरोना के डेल्टा वैरिएंट की वजह से देश में महामारी का रौद्र रूप देखने को मिला था तब भी अप्रैल में इस तरह से मामले तेजी से बढ़े थे। इस बार जनवरी में ही इसका रौद्र रूप देखने को मिल रहा है।
आज होने वाली अहम बैठक में पीएम मोदी के मंत्रिमंडल के वरिष्ठ सहयोगियों के अलावा विशेषज्ञ भी शामिल होंगे, जो इस बारे में उन्हें अवगत करवाएंगे। यहां पर ये भी ध्यान में रखने वाली बात है कि तमिलनाडु में बढ़ते कोरोना के मामलों के मद्देनजर वहां पर लाकडाउन लगाया जा चुका है। विशेषज्ञ इस बात को कह चुके हैं कि देश में इसके 5-10 लाख तक मामले एक ही दिन में आ सकते हैं।
कोरोना महामारी का जो रूप भारत में देखने को मिल रहा है वही रूप कमोबेश अमेरिका और यूरोप के दूसरे देशों में भी दिखाई दे रहा है। अमेरिका की ही बात करें तो इसके अब तक सर्वाधिक दस लाख मामले एक दिन में सामने आ चुके हैं। वहीं फ्रांस, इटली और ब्रिटेन समेत दूसरे देशों में भी महामारी के बाद से सर्वाधिक मामले इस बार सामने आए हैं। इन मामलों की सबसे बड़ी वजह कोरोना का नया वैरिएंट ओमिक्रोन ही बना है।
भारत की ही बात करें तो ओमिक्रोन के मामले भी बड़ी तेजी से बढ़ रहे हैं। वहीं विश्व स्वास्थ्य संगठन इसको लेकर लगातार आगाह कर रहा है। विश्व स्वास्थ्य संगठन का कहना है कि भले ही ओमिक्रोन के मामले बेहद गंभीर नहीं हैं लेकिन, इसको कम आंकने की भी भूल करना सही नहीं होगा। विश्व स्वास्थ्य संगठन के प्रमुख ने कहा है कि डेल्टा की ही तरह इससे भी लोगों को अस्पताल का रुख करना पड़ रहा है और इससे मौतें भी हो रही हैं।