मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गर्भगृह में आज मां पाटेश्वरी के चरण पखार विधि-विधान के साथ पूजा-अर्चना की

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अपने दूसरे कार्यकाल में शुक्रवार देर शाम पहली बार बलरामपुर पहुंचे। शनिवार को तड़के उन्होंने यहां तुलसीपुर में शक्तिपीठ देवीपाटन मंदिर में देवी की अराधना की। उन्होंने माता रानी के चरण पखारे।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कल देर शाम बलरामपुर के तुलसीपुर पहुंचे थे। देवीपाटन मंदिर प्रांगण में रात्रि विश्राम के बाद आज सुबह मां पाटेश्वरी की पूजा-अर्चना के बाद गोशाला में जाकर गायों को हरा चारा खिलाया। चैत्र नवरात्रि के पहले दिन आदिशक्ति मां भगवती के प्रथम स्वरूप मां शैलपुत्री की आराधना करने के लिए लोग कलश स्थापित कर विधि-विधान से मां की पूर्जा-अर्चना कर रहे हैं।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शनिवार को अपना दूसरा घर कहे जाने वाले शक्तिपीठ देवीपाटन तुलसीपुर में थे। दूसरी बार प्रदेश की सत्ता संभालने के बाद चैत्र नवरात्रि के पहले दिन सीएम योगी आदित्यनाथ पहली बार शक्तिपीठ पहुंचे। मुख्यमंत्री ने गर्भगृह में आज मां पाटेश्वरी के चरण पखार विधि-विधान के साथ पूजा-अर्चना की।

कलश स्थापित कर दुर्गा सप्तशती का पाठ किया। इसके बाद पारंपरिक रूप से मंदिर परिसर की गौ शाला में पहुंचे। वहां गायों को गुड़, दलिया व हरा चारा खिलाकर गौ सेवा की। इस दौरान गौ सेवकों से गायों का हालचाल पूछा। मंदिर के पीठाधीश्वर महंत मिथिलेश नाथ भी योगी आदित्यनाथ के साथ थे। इसके बाद मुख्यमंत्री भवनियापुर हेलीपैड पहुंचे और वहां से सिद्धार्थनगर के लिए रवाना हो गए।

उत्तर प्रदेश की सत्ता लगातार दूसरी बार संभालने के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शुक्रवार की शाम को बलरामपुर पहुंचे। उन्होंने जनकपुर में नव निर्मित शिव मंदिर में पूजन अर्चन किया। अयोध्या से आए पंडितों ने षोडशोपचार विधि (16 तरह की सामग्री) से भगवान शंकर व शिव दरबार का पूजन अर्चन कराया। नवनिर्मित पीर रत्ननाथ का दलीचा व अतिथि गृह को भी देखा। इसके बाद सीएम ने भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ पदाधिकारियों के साथ बैठक की। उन्होंने शक्तिपीठ देवीपाटन मंदिर में रात्रि विश्राम किया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ करीब 17 घंटे तुलसीपुर में रहे।

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