नवजोत सिंह सिद्धू ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर कर कुछ सप्‍ताह का समय मांगा

सुप्रीम कोर्ट द्वारा 34 साल पुराने रोड रेज मामले में एक वर्ष के सश्रम कैद की सजा सुनाए जाने के बाद नवजोत सिंह सिद्धू आज पटियाला की कोर्ट में सरेंडर कर सकते हैं। दूसरी ओर, जानकरी सामने आ रही है कि सिद्धू ने वकीलों के माध्‍यम सुप्रीम कोर्ट में खराब सेहत का हवाला देकर सरेंडर करने के लिए कुछ सप्‍ताह का समय मांगा है। हालांकि अभी इसकी पुष्टि नहीं हुई है।

सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर कर कुछ सप्‍ताह का समय मांगा

बताया जाता है कि सुपीम कोर्ट में नवजोत सिंह सिद्धू के वकीलों ने याचिका दायर की और सरेंडर करने के लिए कुछ हफ्ते का समय मांगा। इसके लिए सिद्धू के खराब स्‍वास्‍थ्‍य का हवाला दिया गया है। बताया जाता है कि सिद्धू की इस याचिका का पंजाब सरकार ने विरोध किया है। सिद्धू के वकीलों द्वारा दायर याचिका में उन्होंने कहा है कि उनको कुछ सप्ताह का समय दिया जाए। वह इसके बाद अदालत में आत्मसमर्पण कर देंगे।

नवजोत सिंह सिद्धू के समर्थक शेरी रियार ने मीडिया को बताया कि सुप्रीम कोर्ट में अर्जी दाखिल करने की प्रक्रिया जारी है। उन्होंने यह भी कहा कि नवजोत सिंह सिद्धू की पिछले काफी समय से तबीयत खराब चल रही थी। उनके लीवर में दिक्कत थी, जिसको उन्होंने बहुत ही मुश्किल से रिकवर किया है। ऐसे में उन्होंने अपनी सेहत का हवाला देकर ही अदालत से समय मांगा है।

अभी तक यह पता नहीं लगा है कि अदालत ने उनको समय दिया है या नहीं। इस समय नवजोत सिंह सिद्धू तैयार बर तैयार बैठे हैं अगर अदालत ने समय दे दिया तो वह समय लेंगे अगर नहीं दिया तो वह 5 मिनट की दूरी पर स्थित जिला अदालत में जाकर सरेंडर कर देंगे

सिद्धू के वकील ने कहा- फिलहाल देरी से करेंगे सरेंडर करेंगे, अभी विकल्‍प मौजूद

इधर पटियाला में उनके वकील ने कहा है कि सिद्धू फिलहाल देरी से आत्मसमर्पण करेंगे। एडवोकेट एचपीएस वर्मा ने कहा कि उनके पास अभी आप्‍शन है। सिद्धू के साथ विचार-विमर्श करने के बाद वकील घर से चले गए हैं‌। अभी घर पर सिद्धू करीबी नेताओं के साथ विचार-विमर्श कर रहे हैं।

सिद्धू आज ही दाखिल कर सकते हैं क्‍यूरेटिव पिटीशन दाखिल कर सकते हैं

यह भी बताया जा रहा है कि सिद्धू आज ही क्‍यूरेटिव पिटीशन दाखिल करेंगे। यह भी जानकारी मिल रही है कि राहत के लिए सुप्रीम कोर्ट मेंं भी संपर्क करने की कोशिश की जा रही है। सिद्धू के वकील पटियाला कोर्ट भी पहुंचे हैं।

बताया जा रहा है कि सिद्धू अपने घर से पटियाला कोर्ट के लिए सरेंडर करने कितने बजे निकलेंगे यह स्‍पष्‍ट नहीं हो पाया है। सिद्धू के वकील पटियाला से लेकर चंडीगढ़ तक राहत के लिए कानूनी राह निकालने में जुटे हुए हैं। उधर, सिद्धू के घर के बाहर से लेकर पटियाला कोर्ट परिसर के बाहर उनके समर्थक जुट रहे हैं। सिद्धू समर्थक कई कांग्रेस नेता उनके घर पर पहुंचे हैं।

नशे के दोष में नहीं जा रहे सिद्धू जेल : नवतेज चीमा

सिद्धू के घर पहुंंचे कांग्रेस नेता नवतेज चीमा ने कहा कि नवजोत सिंह सिद्धू किसी नशे के दोष में जेल नहीं जा रहे हैं। इस लिए इस मामले को राजनीतिक न बनाया जाए। सुप्रीमकोर्ट ने नवजोत सिंह सिद्धू को जो सजा सुनाई है कि सुप्रीम कोर्ट ने जो सजा सुनाई है उसको तो मानना ही होगा। हम नवजोत सिंह सिद्धू के घर में उनसे मिलने आए हैं, उनका अगला कदम क्या होगा, किस तरह वह सरेंडर करेंगे इसके बारे में नवजोत सिंह सिद्धू ही बेहतर बताएंगे।

सुबह से ही नवजोत सिंह सिद्धू के घर पर मीडिया का जमावड़ा है, वहीं उनके समर्थक एवं पूर्व विधायक पहुंच भी हैं, लेकिन अब तक न तो या प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रधान अमरिंदर सिंह राजा वडिंग यहां पर आए हैं और न ही उनकी तरफ से कोई प्रतिक्रिया आई है। कांग्रेस पार्टी ने भी इस बाबत कोई बयान जारी नहीं किया है।

अब तक नवजोत सिंह सिद्धू के घर पर नवतेज चीमा, राजपुरा से पूर्व विधायक हरदयाल कंबोज, समाना से पूर्व विधायक काका राजिंदर सिंह, अश्विनी सेखड़ी एवं जिला कांग्रेस कमेटी पटियाला के प्रधान नरिंदरपाल लाली आ चुके हैं। जानकारी यह भी मिल रही है कि नवजोत सिंह सिद्धू की तरफ से सुप्रीम कोर्ट में उनकी सजा के संबंध में एक पिटीशन दायर की जानी है, जिस पर अदालत जो भी फैसला सुनाएगी वह उसके बाद आगे के कदम के बारे में तय करेंगे।

इससे पहले बताया जा रहा था कि पटियाला जिला कांग्रेस कमेटी के प्रधान नरिंदर पाल लाली ने पार्टी कार्यकर्ताओं को साढ़े नौ बजे कोर्ट कांप्लेक्स पहुंचने के लिए कहा है। सिद्धू के दस बजे कोर्ट पहुंचने की संभावना थी। सुबह से सिद्धू के पटियाला स्थित घर पर सन्‍नाटा था। बाद में  पटियाला जिला कांग्रेस के प्रधान नरिंदरपाल लाली और सिद्धू के वकील पहुंचे।

नवजोत सिद्धू के वकील एचपीएस वर्मा ने कहा कि फिलहाल वे नवजोत सिंह सिद्धू के साथ बातचीत करेंगे उसके बाद ही कुछ कहेंगे। दूसरी ओर, अमरगढ़ से पूर्व कांग्रेस के विधायक सुरजीत सिंह धीमान ने कहा कि अदालत के आदेश का पालन तो करना ही पड़ेगा इसलिए इसे कोई राजनीतिक मुद्दा मत बनाया जाए। फिलहाल कहा जा रहा है कि वह 10 बजे अदालत में जाकर सरेंडर करेंगे। पूर्व विधायक नवतेज चीमा व पिरमल सिंह भी नवजोत सिद्दू के घर पहुंंचे हैं। राजपुरा से पूर्व विधायक हरदयाल सिंह कंबोज पहुंचे हैं।

बता दें  सुप्रीम कोर्ट ने 34 साल पहले सड़क पर विवाद के दौरान गुरनाम सिंह नामक बुजुर्ग की मौत के मामले में  नवजोत सिंह सिद्धू को कैद की सजा सुनाई है। इससे पहले इस मामले में सुप्रीम कोर्ट ने सिद्धू को एक हजार रुपये का जुर्माना लगाकर छाेड़ दिया था। बताया जाता है कि वह सुबह से अपने वकीलों के साथ विचार-विमर्श कर रहे हैं।

दोपहर में हाथी की सवारी, शाम को घर में कैद हुए सिद्धू

इससे पहले वीरवार को केंद्र सरकार की नितियों का वीरवार को हाथी पर चढ़कर विरोध करने वाले नवजोत सिंह सिद्धू सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने के बाद अपने घर में कैद हो गए। सिद्धू ने कोर्ट के फैसले पर एक लाइन का ट्वीट कर लिखा, ‘विल सबमिट टू द मेजस्टी आफ ला.. (कानून का फैसला स्वीकार है)।

वीरवार को सिद्धू ने प्रदर्शन के बाद घर पहुंचकर कोर्ट के फैसले को लेकर अपने करीबी वकीलों के साथ मुलाकात भी की। उसके बाद गाड़ी में बैठकर घर से निकले लेकिन करीब 45 मिनट बाद लौट आए और फिर घर से नहीं निकले। उन्होंने मीडिया से भी दूरी बनाए रखी। प्रदर्शन के समय उनके साथ रहे समर्थक भी कोर्ट के आदेश के बाद सिद्धू के घर के आसपास भी नजर नहीं आए।

सिद्धू की गिरफ्तारी को लेकर हो रही चर्चाओं पर एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि अभी कोर्ट के आदेश की प्रति नहीं मिली है। आदेश मिलने के बाद ही अगली कार्यवाही होगी।

पीडि़त परिवार बोला, हम भगवान का शुक्रिया अदा करते हैं

सिद्धू से विवाद के दौरान जान गंवाने वाले गुरनाम सिंह के परिवार ने सिद्धू को सजा सुनाए जाने पर ईश्वर का धन्यवाद किया। उनकी बहू परवीन कौर ने कहा, ‘हम बाबा जी का धन्यवाद करते हैं। हमने इसे बाबा जी पर छोड़ दिया था। बाबा जी ने जो कुछ भी किया है वह सही है।’

उनका परिवार पटियाला शहर से पांच किलोमीटर दूर घलोरी गांव में रहता है। गुरनाम सिंह के पोते सब्बी सिंह ने केवल इतना ही कहा, ‘हम भगवान का शुक्रिया अदा करते हैं।’ परिवार के एक अन्य सदस्य नरदविंदर सिंह ने कहा कि उन्होंने इंसाफ पाने के लिए लंबे समय तक संघर्ष किया है। अब वह इस फैसले से संतुष्ट हैं

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