दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली में कोरोना के मामले बहुत तेज़ी से बढ़ रहे हैं। यह एक चिंता का विषय तो है लेकिन घबराने की बात नहीं है। पिछली लहर के मुकाबले इस बार की कोविड लहर में मृत्यु कम हो रही है और लोगों को अस्पताल जाने की ज़रूरत भी कम पड़ रही है।
उन्होंने ये स्पष्ट किया कि फिलहाल दिल्ली में अभी लॉकडाउन लगाने की कोई मंशा नहीं है। सोमवार को डीडीएमए की दोबारा मीटिंग है, उस मीटिंग में हम विशेषज्ञों के साथ फिर से स्थिति का जायज़ा लेंगे कि और क्या-क्या करने की ज़रुरत है। केंद्र से भी हमें पूरा सहयोग मिल रहा है। उन्होंने कहा कि बढ़ते मामलों पर रोक के लिए कुछ और सख्त कदम उठाए जा सकते हैं, कुछ नई पाबंदियां लगाई जा सकती है मगर लाकडाउन पर कोई विचार नहीं है।
मालूम हो कि पिछले साल 20 अप्रैल को दिल्ली में कोरोना के सबसे अधिक 28,395 मामले आए थे। स्वास्थ्य विभाग की रिपोर्ट के अनुसार 24 घंटे में सक्रिय मरीजों की संख्या 8305 बढ़ी है। संक्रमण बढ़ने के कारण 2314 नए कंटेनमेंट जोन बनाए गए हैं। इस वजह से कंटेनमेंट जोन की संख्या 6912 से बढ़कर 9227 हो गई है। मौजूदा समय में दिल्ली के अस्पतालों में कुल 14,106 बेड है, जिसमें से 88.86 प्रतिशत बेड खाली हैं। 348 मरीज आक्सीजन सपोर्ट पर और 27 मरीज वेंटिलेटर पर हैं।
आंकड़े
पांच दिसंबर को दिल्ली में ओमिक्रोन का पहला मामला आने के बाद से अब तक आए कोरोना के कुल मामले, ठीक हुए मरीज व मौत के आंकड़े
कुल मामले- 85,508
कुल ठीक हुए मरीज- 37,783
मौतें- 45
जनवरी में आए कोरोना के आंकड़े
आठ दिन में आए मामले- 78,768
ठीक हुए मरीज- 34,964
मौतें- 36
पिछले 24 घंटे में सैंपल जांच- 1,02,965
सक्रिय मरीज- 48,178
होम आइसोलेशन में मरीज- 25,909
अस्पतालों में भर्ती मरीज- 1480
कोविड केयर सेंटर में भर्ती मरीज- 588
कोविड हेल्थ सेंटर में भर्ती मरीज- 20
अस्पतालों भर्ती कोरोना के संदिग्ध मरीज- 106
अस्पतालों में भर्ती कोरोना के मरीज जो दिल्ली के रहने वाले हैं- 1308
अस्पतालों में भर्ती कोरोना के मरीज जो दिल्ली से बाहर के रहने वाले हैं- 172